Terrorist Attack जम्मू और कश्मीर राज्य में Terrorist की चुनौती कभी समाप्त नहीं होती है। देश में जो सुरक्षा बलों का यह महत्वपूर्ण कार्य होता है, उसे जीवन के बराबर माना जाता है। Terrorist Attack ने न केवल सेना और स्वतंत्रता की लड़ाई को प्रभावित किया है, बल्कि यह देश के लोगों के मनोभाव और सुरक्षा को दीमक के जैसा का का करोबार और बरबाद करने का प्रयास कर रहा है। Terrorist की कोई दिन नहीं होती और इससे सेना के जवानों को ऊब नहीं होती है, वे हमेशा तैयार और सतर्क रहते हैं।
शुक्रवार को Terrorist ने एक बार फिर सेना के वाहन को निशाना बनाकर हमला बोला है। दहशतगर्दों की इस नापाक हरकत पर भारतीय जवानों ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए फायरिंग की, हालांकि सभी Terrorist फिलहाल भागने में कामयाब रहे।
जंगलों में तलाशी अभियान शुरू
Poonch में तलाशी अभियान शुरू किया गया है, जिसमें सुरक्षा बलों ने जंगलों की खाद्य सामग्री, नशीली दवाओं और अरोग्य सामग्री की जांच कर रहे हैं। जंगलों में तलाशी की अभियान शुरू करने का मुख्य उद्देश्य Terrorist Attack के बाद मौजूदा सुरक्षा स्तर को मजबूत करना है। इसके साथ ही, पुलिस सेना और एसओजी की तरफ से नकेबंदी करके सभी सड़कों पर वाहनों की बारीकी से जांच की जा रही है और वाहनों में सवार लोगों के पहचान पत्रों की जांच भी हो रही है। यह सुनिश्चित करने के लिए है कि किसी भी Terrorist गतिविधि का संभावित कहीं भी इस्तेमाल नहीं होगा।
21 दिसंबर को भी बनाया था सेना के वाहनों को निशाना
Poonch क्षेत्र में हाल ही में घटित Terrorist Attack में, पुलवामा हमले के बाद सेना के वाहनों को एक बार फिर निशाना बनाया गया है। यह Terrorist Attack 21 दिसंबर, 2021 को हुआ था। इससे पहले भी, पिछले साल 21 दिसंबर को Poonch के बफलियाज इलाके में सेना के दो वाहनों पर Terrorist Attack हुआ था। इस Terrorist Attack में, सेना के पांच जवान वीरगति प्राप्त कर गए थे जबकि दो जवान घायल हो गए थे। Terrorist ने पहले ग्रेनेड से Attack शुरू किया और फिर अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं। इस Terrorist Attack में दो जवानों की मौत हो गई थी और कई जवान घायल हो गए थे। Terrorist ने अपने नशे में होकर कुछ जवानों के हथियार भी छीन लिए थे। पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने इस Terrorist Attack की जिम्मेदारी ली थी। इस घटना ने एक बार फिर Terrorist के मामले में संकेत दिया है कि पाकिस्तान की समर्थन और गड़बड़ी की वजह से यह समस्या अटूट है और हमारे द्वीपीय देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसे प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
Terrorist Attack के खिलाफ योगदान
Poonch क्षेत्र में हो रहे Terrorist Attack ने स्थानीय लोगों में निराशा और डर का वातावरण पैदा कर दिया है। इन हमलों से हमारे सुरक्षा बलों के जवानों के परिवारों को भी बहुत छोटी उम्र में बड़े नुकसान हुआ है। हमें ध्यान में रखते हुए इन Terrorist Attack के खिलाफ लड़ना और निराशाजनक योजनाओं और साजिशों को उजागर करना हमारा कर्तव्य होना चाहिए। इसके अलावा, हमें प्रशासनिक कदम उठाने और मजबूत नेतृत्व का समर्थन करना चाहिए जो न केवल Terrorist Attack के कारणों को ठीक करेगा, बल्कि इससे हमारे देश की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करेगा।
29 माह…चौथी वारदात 21 जवान बलिदान
Poonch में करीब 29 माहियों के दौरान हमारी सेना ने एक बार फिर से एक Terrorist Attack का सामना किया है। यह Terrorist Attack पहले हमलों की तुलना में बड़ा और घातक है इसके चलते 21 जवान ने अपनी जान न्यौछावर कर दी है। हर एक Terrorist Attack ने इस मनोवैज्ञानिक तकनीक को प्रभावित किया है जिससे सफल रोमनिया ने “माहि साइफर 8 प्लस” नामक एक संयुक्त युद्धकर्म शुरू किया था।
11 अक्तूबर 2021 Terrorist Attack
11 अक्तूबर 2021 को, चमरेड इलाके में सेना के जवानों का तलाशी अभियान चल रहा था। घातक Attack में Terrorist ने जेसीओ (Joint Service Interrogation Center) को भी नुकसान पहुंचाया था। इस Terrorist Attack में पांच जवान अपनी जान गंवा चुके हैं।
20 अक्तूबर 2021 Terrorist Attack:
इस ध्रुवगिरी Terrorist Attack के दौरान, Poonch में दिए गए तलाशी अभियान के दौरान Terrorist ने भाटादूड़ियां में Attack किया। यह Attack Poonch-जम्मू हाईवे को दो महीने तक बंद कर दिया था। यह ध्रुवगिरी Attack Terrorist के लिए एक बड़ा नुकसान है क्योंकि इससे रोकने के लिए महत्वपूर्ण सुरक्षा कार्रवाई लेनी पड़ी
20 अप्रैल 2023 Terrorist Attack
20 अप्रैल 2023 को, भाटादूड़ियां में हमारे सैन्य वाहन पर Terrorist ने पहले ग्रेनेड से Attack किया और फिर गोलीबारी की। इस मामले में पांच जवान शहीद हो गए थे और दो और घायल हो गए थे। यह घातक हमला देश के लिए एक और बड़ा झटका था
21 दिसंबर 2023 Terrorist Attack
21 दिसंबर 2023 को, सावनी में Terrorist ने सेना के जवानों पर Attack करके पांच जवानों को चुनौती दी। इस Attack में पांच बलिदान हो गए जबकि दो जवानों को घायल किया गया।
12 जनवरी 2024: कोई आंकड़ा नहीं मिला: Terrorist Attack
12 जनवरी 2024 को हमें इस हादसे के बारे में किसी जानकारी का भी आंकड़ा मिला नहीं। इससे स्पष्ट होता है कि जवानों की बलिदान कर रहे Terrorist Attack को रोकने के लिए हमें बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है।