PM Narendra Modi ने अपनी यात्रा के दौरान द्वारका नगरी के दर्शन किए हैं। वे अपने Twitter Post में कहा हैं, “‘आज जो मैंने अनुभव किया, वो हमेशा मेरे साथ रहेगा। मैं समुद्र के भीतर गया और प्राचीन द्वारका नगरी के दर्शन किए। समुद्र के भीतर मैंने दिव्यता का अनुभव किया।'” यह स्पष्ट करता है कि PM Narendra Modi ने अपनी यात्रा के दौरान एक गहरा आनंद अनुभव किया है। उन्होंने द्वारका नगरी के ऐतिहासिक महत्व को महसूस किया है और उनके द्वारा की गई यात्रा में एक विशेषता है।
PM Narendra Modi ने द्वारकाधीश मंदिर में पूजा अर्चना की
PM Narendra Modi ने अपने गुजरात दौरे के दौरान द्वारकाधीश मंदिर में पूजा अर्चना की। यह मंदिर गुजरात राज्य के द्वारका नगर के पास स्थित है। इस मंदिर को अपनी भव्यता और सभ्यता के लिए जाना जाता है। PM Narendra Modi ने पूजा करके अपनी आस्था को जाहिर किया है और इस ईश्वरीय स्थान की महत्त्वपूर्णता को समझाया है। इस साथ, वे एक अद्वितीय क्षण को मेंमोर बना रहे हैं जो उन्हें हमेशा याद रखने के लिए मजबूर करेगा।
PM Narendra Modi ने समुद्र में डूबी द्वारका नगरी के भी दर्शन किए
अपने गुजरात के दौरे के दौरान, PM Narendra Modi ने समुद्र में डूबी द्वारका नगरी के भी दर्शन किए। यह एक प्राचीन नगर है जो समुद्र के नीचे स्थित है। PM Narendra Modi ने अपने डूबे हुए द्वारका नगरी के अनुभव का वर्णन करते हुए कहा है कि यह सिर्फ़ एक डुबकी नहीं थी, बल्कि एक समय यात्रा थी। वे इस अनोखे अनुभव की तारीफ करके यह दिखा रहे हैं कि कैसे यह घटना उन्हें धार्मिकता के साथ जोड़ती है। इससे प्रकट होता है कि PM Narendra Modi हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक वारसे के गर्व के साथ जुड़े हुए हैं।
पानी में डूबी द्वारका नगरी में प्रार्थना करना
PM Narendra Modi ने पानी में डूबी द्वारका नगरी में प्रार्थना करने का अनुभव व्यक्त किया है। इसे वे एक आलौकिक अनुभव कहकर बयां कर रहे हैं। वे इस अनुभव से महसूस कर रहे हैं कि वे एक प्राचीन युग से जुड़े हुए हैं, जिसमें उन्हें आध्यात्मिक वैभव का एहसास हो रहा है। यह उनकी निष्ठा और उनकी प्राचीन धार्मिकता पर प्रकट हो रहा है। वे आपको धन्यवाद देते हैं और यह दुआ करते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण हमारी सभी को आशीर्वाद दें।
PM Narendra Modi की यात्रा और उनके अनुभवों का विवरण
PM Narendra Modi ने अपनी इस यात्रा के दौरान द्वारका नगरी के अनुभवों को साझा किया। वे कहते हैं कि जमीन छोटे-छोटे गांवों से होकर गुजरती है और धीरे-धीरे समुद्र की गहराई में ढलकती है. इस यात्रा के दौरान, PM Narendra Modi ने नगरी के धार्मिक महत्व के साथ-साथ तात्कालिक भौगोलिक और ऐतिहासिक महत्व को भी हासिल किया. वे इस यात्रा को समय यात्रा के रूप में भी देखते हैं, जहां उन्होंने द्वारका नगरी के सम्राटों और महर्षियों के गुप्त और गौरवशाली अतीत के राजभोग की महानता को महसूस किया। PM Narendra Modi ने कहा, “यह नगरी कभी भारतीय भौगोलिक और ईतिहासिक साहित्य में चिरंतन रहेगी।”
आस्था के तहत द्वारका नगरी को मोर पंख अर्पित किए गए
PM Narendra Modi के पूरे ध्यान के साथ, उन्होंने द्वारका नगरी को मोर पंख अर्पित किए। मोर पंख, भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण धार्मिक प्रतीक माना जाता है। पंखों को जड़ने से पहले भगवान की आराधना की जाती है और ताकि इस नगरी के लिए भगवान की कृपा प्राप्त हो सके। PM Narendra Modi ने मोर पंख जड़ते समय चिंतनशील भावना को भी जीवंत किया है, जो इस स्वर्णिम नगरी में रहने वाले आदिवासी समूहों की संस्कृति के साथ जुड़ी हुई है।
प्राचीन द्वारका और उसका महत्व
पुरातत्वविदों ने द्वारका के बारे में काफी कुछ लिखा है। हमारे धार्मिक ग्रंथों में भी बताया गया है कि द्वारका में ऊंची ऊंची इमारतें थी और सुंदर दरवाजे थे। इसे भगवान श्रीकृष्ण की महानता का प्रतीक माना जाता है। द्वारका नगरी भारतीय इतिहास की गहरी धारों को छूने वाला है। इसका महत्व भारतीय संस्कृति में अविस्मरणीय है।
द्वारका – अतीत और वर्तमान का प्रतीक
द्वारका नगरी को गहरी धारा में व्याख्यायित करने से पहले, हमें इसके अतीत और वर्तमान के प्रतीकों को समझने की जरूरत है। द्वारका क्षेत्र गौरवपूर्ण अतीत की पुष्टि करता है। संग्रहशालाओं में पाए जाने वाले प्राचीन वस्त्र, आभूषण, विग्रह और शिलालेख यह सिद्ध करते हैं कि यह स्थान समय के साथ साक्षी रहा है। वर्तमान में भी द्वारका उन आदिम और अद्वितीय संस्कृतिक वारसे का प्रतीक है जो भारतीय सभ्यता का हिस्सा है।