GST Raid : भारत में GST Raid का बड़ा खुलासा: “एक करोड़ की संपत्ति सीज” – जानिए कैसे पिता-पुत्र ने किया टैक्स की चोरी!

GST Raid : Aligarh में स्थित दो फर्मों ने टर्नओवर के आधार पर GST Return दाखिल नहीं किया है, एक करोड़ के आधार पर अघोषित माल को सीज किया है।

उत्पादों की उचित वसूली के लिए राज्य GST के आयुक्त GST एसआईबी टीम ने अपनी कार्रवाई से चर्चा में पलटा है। इस बारे में सूत्रों ने बताया कि GST अधिनियमाधिनियम के अनुसार, यदि किसी फर्म ने टर्नओवर के आधार पर गणना की हो और उसका GST रिटर्न नहीं दाखिल किया हो, तो GST अधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए अधिकार होता है।

टर्नओवर के हिसाब से कम रिटर्न: GST Raid

Aligarh के दो फर्मों के मामले में यही संकट उत्पन्न हो गया। इन फर्मों ने टर्नओवर के हिसाब से बहुत कम GST Return दाखिल किया था, जिससे संदेह हुआ कि क्या यह फर्में नियमों का उल्लंघन कर रही हैं। GST Return दाखिल करने में लिप्तता का कारण क्या है, इसका पता चलने के लिए यह मामला पीछे जाना होगा।

GST Raid : एक करोड़ का अघोषित माल सीज कर दिया

प्राथमिक जांच के दौरान GST अधिकारियों ने Aligarh के इन दो फर्मों में 1 करोड़ रुपये के बराबर अघोषित माल को सीज किया है। इसके साथ ही, GST अधिकारियों ने इन प्रशंसायों को अधिक ब्याज व दंड के अंतर्गत दिया है। यह कड़ी कार्रवाई के द्वारा स्पष्ट होता है कि कठोर कार्रवाई की जा रही है, जिसके चलते इस घटना में शामिल होने वाले दोनों फर्मों का बड़ा नुकसान होगा।

GST Raid :फर्मों द्वारा की गई माल की सीज़

टीम ने 9 जनवरी को गोंडा रोड पर स्थित अलिफ इंडस्ट्रीज और रेमी लॉक इंटरप्राइजेज पर छापा मारा जहां दोनों फर्म संचालित की जाती हैं। इन दोनों फर्मों ने टर्नओवर के हिसाब से कम GST Return दाखिल किया था, इसलिए टीम द्वारा इन पर छापा मारा गया। यह बिना किसी सरकारी सजा के, करीब एक करोड़ रुपये की माल की सीज़ कर दी गई है। इसके अलावा टीम ने यहां से कागजात अपने कब्जे में लिए हैं ताकि सफल छापे के बाद इन फर्मों को नोटिस देकर जवाब के लिए तालानगरी कार्यालय तलब किया जा सके।

GST Raid : छापों का मकसद

GST Return में छापा मारने का मकसद विवादास्पद हो सकता है। ज्यादातर मामलों में, छापा मारने का मकसद छुपा होता है, लेकिन कुछ मामलों में, छापा मारने का मकसद सीधा या परिंदों को साफ़ करने का होता है। इस मामले में, टीम ने दोनों फर्मों को टर्नओवर की वजह से कम GST भरने पर टाला लगाकर उन पर छापा मारा है। यह स्पष्ट रूप से दिखा रहा है कि छापा मारने का मकसद सजाये जाने अथवा साजिश खोजने जैसा नहीं है, बल्कि टीम ने केवल डाटा संगठन करके GST के लिए खर्चा और कमाई की जांच की होगी।

GST Raid : धारा-धार छापा मारा गया

GST एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 डॉ.आरएन शुक्ला, एडिशनल कमिश्नर एसआईबी ग्रेड-2 डॉ. एसएस तिवारी के निर्देश पर जेसी एसआईबी गुलाब चंद के निर्देशन में डीसी एसआईबी अखिलेश कुमार सिंह, एसी एसआईबी डॉ.अभिषेक सिंह और एसी एसआईबी शिवकुमार सिंह की टीम ने ताला बनाने वाली दो फर्मों पर छापा मारा।

इस दौरान बड़े पैमाने पर अघोषित माल बरामद किया गया। जिसका कोई दस्तावेज नहीं मिला। यह कार्रवाई दोनों कंपनियों के बीच निर्माण संबंधित संगठनों के रूप में जाने जाते हैं। इन कंपनियों का टर्नओवर वर्ष 2022-23 में 44 और 63 लाख का है और इन्होंने अब तक GST Return दाखिल नहीं किया है। इतना बड़ा आकार रखने वाली ये दोनों कंपनियां बिल्कुल ही छोटी छोटी कंपनियों की तरह आमतौर पर छोटे पैमाने पर कारोबार-कर सकती थीं उदाहरण के तोर पर, टोयलेट तक हथियारों के निर्माण या शॉप्स की व्यापारिक जरूरतों का सप्लाई करना।

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