Ayodhya Ram Mandir: धार्मिक और मान्यताओं में से एक है जहां श्रद्धालुओं ने हजारों वर्षों तक अपने आराध्य भगवान का आदर्श पूजा करते आए हैं।

रामजन्मभूमि परिसर में Ramlala के अचल विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की जा चुकी है। Ramlala की अचल मूर्ति के लिए तीन मूर्तिकारों ने तीन मूर्ति बनाई थीं, जिनमें से एक मूर्ति का चयन हुआ है। Ramlala मूर्ति अप्रत्याशित ढंग से धार्मिक महत्व रखती है। इस मूर्ति को गहरे अनुभव के साथ युगों से पूजा जा रही है। यह Mandir का मुख्य मूर्ति होती है और इसे भगवान Shri Ram के साक्षात् रूप माना जाता है।
Ayodhya Ram Mandir: मूर्तियों का चयन:
इस परियोजना के तहत, तीनों मूर्तिकारों ने एक से बढ़कर एक आकर्षक और सुंदर मूर्तियाँ बनाईं। इन मूर्तियों को बनाने के लिए उन्होंने स्थानीय संगमरमर का उपयोग किया है, जो कि उच्च गुणवत्ता और योग्यता को दर्शाता है। इनमें से एक संगमरमर की मूर्ति को चुना गया है, जो हमें उस सामरिक और शक्तिशाली भगवान Ram का प्रतीक दिखाती है।
Ayodhya Ram Mandir: मूर्तियों के अन्य विकल्प
Trust ने अभी तक बाकी दो मूर्तियों के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है। इस परियोजना का प्रबंधन संगठन, केंद्रीय सरकार महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए एक समिति के नेतृत्व में काम कर रहा है। इसे लेकर तरह-तरह की मान्यताएं और सुझाव भी आए हैं, उनमें से कुछ संग्रहित हुए हैं जो कि इस प्रकार हैं –
- Priyanka Gandhi ने कहा है कि विदेशी मार्बल मूर्तियाँ एक परंपरागत और अच्छा विकल्प हो सकता है। वह इसे उद्यमी और योग्यताओं का प्रदर्शन मानती है, एवं अच्छा अनुभव प्रदान कर सकती है।
- विश्व हिन्दू संघ ने 72 फीट ऊँची और 18 फीट चौड़ी मूर्ति को चुना है, जो कि उनकी मान्यताओं और नीतिओं को अच्छी तरह से प्रतिष्ठानित कर सकती है।
- विपक्ष के नेता सौम्या ने कहा है कि Ayodhya Ram Mandir में एक विजयगाथा की मूर्ति की प्राथमिकता होनी चाहिए, जो एक ऐतिहासिक और आदर्शवादी बातस्थल का रूप हो सकता है।
Ayodhya Ram Mandir: संगमरमर की शिला पर बनी Ramlala की मूर्ति
यह मूर्ति संगमरमर की शिला पर बनाई गई है और इसमें भगवान श्रीहरि के दस अवतारों के साथ बहुत सी मूर्तियां शामिल हैं। यह मूर्ति देखने में बहुत रोचक और प्रभावशाली है।

Ayodhya Ram Mandir: संगमरमर की शिला पर बनी श्रीहरि के दस अवतारों के भी दर्शन
मूर्ति में श्रीहरि के दस अवतारों के दर्शन हो रहे हैं। यह दिखाता है कि Ram भगवान के अलावा उनके दस अवतारों का भी महत्व है और वे सभी हमारे धार्मिक मान्यताओं में महत्वपूर्ण हैं।
Shri Ram जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का कहना है
Ayodhya Ram Mandir के निर्माण के साथ-साथ Ramlala की मूर्ति का उद्घाटन एक नया अध्याय है और हमारे देश को धार्मिक और सांस्कृतिक एकता के साथ जोड़ने का संकेत है। इसी के साथ-साथ, दो और मूर्तियां भी बनाई गई हैं, जिन्हें भी विशेष सम्मान और आदार दिया जाएगा। यह हमें गर्व महसूस कराता है कि हमारे देश में एकजुटता की भावना मजबूत है और हम सभी धार्मिक आस्थाओं का सम्मान करते हैं। Trust के महासचिव चंपत राय ने भी इस बात की पुष्टि की है कि इन मूर्तियों को भी सम्मानित किया जाएगा, जिससे आपसी सद्भाव और एकता का संकेत मिलेगा।