Akhilesh Yadav :जब भी राजनीति और सार्वजनिक जीवन की बात आती है, तो विवाद और विपक्ष के बयानों की खबरें सबसे अधिक चर्चा में आती हैं। हाल ही में भारतीय राजनीति में फिर एक विवाद उठा है जिसमें उत्तर प्रदेश के सपा (Congress Party) अध्यक्ष Akhilesh Yadav का नाम आया है। Akhilesh Yadav ने हाल ही में कहा है कि उन्हें किसी और द्वारा अपमानित कर दिया गया है।
मुझे कोई निमंत्रण नहीं मिला- Akhilesh Yadav
Akhilesh Yadav ने कहा है कि उन्हें न केवल अपमानित किया गया है, बल्कि उन्हें किसी और द्वारा अपमानित करने का अवसर भी नहीं मिला। उन्होंने कहा है कि उन्हें न कोई निमंत्रण मिला है, न कोई कूरियर आया है जो उन्हें बताता कि उन्हें अपमानित करने के लिए किसी विशेष इवेंट में शामिल होना है। यह कहना इस बात का संकेत है कि Akhilesh Yadav को उनके स्वजन और सहयोगियों द्वारा धीरे-धीरे अपमानित किया जा रहा है।
क्या यह फिर से बंगला धुलाने की तरह ही है? Akhilesh Yadav
Akhilesh Yadav का दावा है कि उन्हें कूरियर से भेजा गया निमंत्रण बंगला धुलाने की तरह फिर से किया गया है। वह कहते हैं कि इस तरीके का द्वारा उन्हें शर्मिंदा किया जा रहा है और उनके अधिकारों को मजाक बनाया जा रहा है। यह उनके लिए एक क्रूरता की तस्वीर है जो उन्हें Akhilesh Yadav के नेता के रूप में नुकसान पहुंचा सकती है। Akhilesh Yadav इसलिए प्रार्थना कर रहे हैं कि उन्हें इस मामले क गंभीरता को समझा जाएर उसकी जाँच की जाए।
आपत्तियों का केंद्र – भेजे गए निमंत्रण के बारे में
Akhilesh Yadav ने इस घोषणा की है कि उन्हें एक प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण कूरियर के माध्यम से भेजा गया है, लेकिन यह कूरियर उन्हें इस समय तक नहीं मिला है। केंद्र, उन्होंने मीडिया से निवेदन किया है कि कृपया कूरियर की रसीद उपलब्ध करवा दें, जिससे कि जबरदस्ती बनवाई जाने वाली घटना के पीछे की सच्चाई सामने आ सके।
वामपंथी दलों का खतरा: Akhilesh Yadav
Akhilesh Yadav ने घोषित किया है कि 2019 व 2022 के चुनावों में यह सिर्फ आंकड़ों की बात नहीं है, बल्कि किस पक्ष की सरकार बनेगी वहां के जनता को भी यह विचार करना चाहिए कि घुटनों के नीचे उन्हीं बैठा है जो उनकी समस्याओं का हल दे सकता है। अगर वामपंथी दलों को इसकी पहल पहचान नहीं होगी तो आणविक आपातकाल की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
विवेकानंद के मंत्र – गरीब की सेवा
Akhilesh Yadav का कहना है कि कम ही ऐसे लोग हैं, जिनसे लोगों ने प्रेरणा ली है। विवेकानंद इस लिस्ट में शामिल हैं। विवेकानंद ने अपने शिकागों में दिए गए भाषण में भारत की संस्कृति के बारे में बात की और गरीबों की सेवा करने का मंत्र दिया। वे नेतृत्व में जो भूमिका निभाये, वह आज के दिन में भाजपा नहीं निभा रही है। अखिलेश का यह मंत्र है कि एक सामाजिक व्यक्ति अपनी सेवा करने से ही महान होता है, और इसलिए उन्होंने इस मंत्र को ज़रूरतमंदों के लिए ही बनाया है।
उठाये गए मुद्दे: Akhilesh Yadav
Akhilesh Yadav, सपा के नेता और पूर्व उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री, ने हाल ही में एक विवादास्पद बयान दिया है जिसमें उन्होंने कहा है कि एक प्रतिष्ठित व्यक्ति के रूप में उन्हें कूरियर के माध्यम से भेजा जा रहा है। इसके अलावा, उन्होंने कहा है कि उन्हें बंगला धुलाने की तरह ही फिर से अपमानित किया जा रहा है।