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“रोके नहीं रुक रहे Yashasvi Jaiswal: रांची में बना इतिहास, Sourav Ganguly का Record चकनाचूर!”

Yashasvi Jaiswal, भारतीय क्रिकेट टीम का एक युवा खिलाड़ी, England के खिलाफ जारी चौथे टेस्ट मैच में रोमांचक बल्लेबाजी कर रहा है। एक अद्वितीय प्रदर्शन के साथ, उन्होंने शंभल गिल के साथ मिलकर भारतीय पारी को संभाला है। रंगरेंजर्स के मैदान पर उनकी रणनीतिक बल्लेबाजी ने स्पेक्टेकुलर हर्टबीट प्रदर्शन किया है और एक और दमदार अर्धशतक पूरा किया है।

स्पोर्ट्स डेस्क, New Delhi

England के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज में Yashasvi Jaiswal का बल्ला थमने का नाम नहीं ले रहा है। तीसरे टेस्ट में दोहरा शतक जमाने के बाद रांची में भी Yashasvi Jaiswal का बल्ला जमकर बोल रहा है। चौथे टेस्ट की पहली पारी में Yashasvi Jaiswal ने एक और दमदार अर्धशतक ठोक दिया है। इसके साथ ही Yashasvi Jaiswal ने Sourav Ganguly का 17 साल पुराना Record चकनाचूर कर डाला है।मानो या न मानो, Yashasvi Jaiswal का जादू पुरे देश में फैल चुका है। England की गोलीबारी के बावजूद, Yashasvi Jaiswal का रंची केदार में सजा हुआ रिकॉर्ड England गेंदबाजों के लिए घातक है। तो चलिए, हम आपको इस खिलाड़ी के बारे में और उनकी ये उपलब्धियाँ देने का प्रयास करेंगे।

Yashasvi Jaiswal का निरंकुश उछाल

पुरुष खेल का जलवा हर देश में देखा जाता है, और भारत की परंपरा के हिसाब से क्रिकेट यहां का सबसे पुराना और सबसे महत्वपूर्ण खेल है। Yashasvi Jaiswal ने कितनी मेहनत और संघर्ष के बाद अपनी जगह बनाई है, और वे इसे काफी गर्व के साथ पेश कर रहे हैं। चौथे टेस्ट में Yashasvi Jaiswal ने एक और बेहतरीन प्रदर्शन करके देश की नजरों में अपना स्थान बनाया।

Yashasvi Jaiswal के बल्ले से निकला एक और अर्धशतक

रांची में खेले जा रहे इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में Yashasvi Jaiswal का बल्ला जमकर बोल रहा है। Rohit Sharma के सस्ते में पवेलियन लौटने के बाद Yashasvi Jaiswal ने Subhman Gill के साथ मिलकर भारतीय पारी को संभाला। Yashasvi Jaiswal ने गिल के साथ दूसरे विकेट के लिए 82 रन जोड़े। Yashasvi Jaiswal के ड्यूस के समय गिल की विकेट गिरी, लेकिन अपनी ताकतवर बल्लेबाजी को बनाए रखते हुए Yashasvi Jaiswal ने अपनी दूसरी अर्धशतक पूरी की। इससे पहले पहले रोनी इरानी (1991-1992) और सचिन तेंदुलकर (2018) ने इंडियन टीम के लिए डेब्यू मैच में दो अर्धशतक जमाए थे। Yashasvi Jaiswal ने अपने तूफानी करियर में एक और सबसे खास पहलवानी की है। Yashasvi Jaiswal ने अब तक 3 टेस्ट मैचों में 212 रन बनाए हैं, जिसमें उन्होंने 2 अर्धशतक भी जमाए हैं।

प्रभाकरण और संयम का मिश्रण

Yashasvi Jaiswal की धाकड़ बल्लेबाजी वह जानते हैं जो खेल के पक्ष में होनी चाहिए। उनके खेल का तरीका संयमित और प्रभावी है, जो एक महान बल्लेबाज की पहचान होती है। वह अपने बल्ले का बयां जोरदार ढंग से करते हैं और खुद को पिच पर सेटअप करने की कला का बेहतर उदाहरण हैं। Yashasvi Jaiswal की बल्लेबाजी में वह संयम का एक अद्वितीय संकल्प दिखता है, जहां उन्होंने अपनी शख्सियत को बल्लेबाजी में प्रदर्शित किया है। उनकी उच्च संयमित बल्लेबाजी अन्य क्रिकेटरों को प्रेरित करेगी और अन्य खिलाड़ियों को उनके बल्लेबाजी का आनंद लेने का अवसर देगी।

Yashasvi Jaiswal ने Subhman Gill के साथ मिलकर भारतीय पारी को संभाला।

शानदार पहली पारी के बाद रोहित शर्मा एक छोटी गलती की वजह से ढाई अंक के बाद पवेलियन लौटने के लिए चले गए। यह एक शोकाकुल और अप्रत्याशित आंकड़ा था, लेकिन जैसे ही Yashasvi Jaiswal और Subhman Gill मैदान में आए, वे बड़े अद्यतित, विश्वसनीय और जोशीले ढंग से बल्लेबाजी करने में सफल रहे। यह साबित करता है कि Yashasvi Jaiswal गेम बदलने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और बड़े मैचों में दबदबा बनाना जारी रखते हैं।

Yashasvi Jaiswal ने Gill के साथ दूसरे विकेट के लिए 82 रन जोड़े।

Yashasvi Jaiswal और गिल के बीच एक साझा उद्योग का नजरिया प्रकट हुआ, जिसने भारतीय पारी को मजबूत बनाया और Englnd के दबाव की घटोत्कच कर दी। Yashasvi Jaiswal ने अपने भीतरी स्थिरता का परिचय कराया और मैदान के साथी कराया गया। एकदिवसीय क्रिकेट के ऐसे खिलाड़ी की आवश्यकता होती है जो ना केवल तालिकों पर बल्कि तनावपूर्ण परिस्थितियों में भी अच्छी प्रदर्शन कर सकें। Yashasvi Jaiswal और गिल दोनों ने विपक्षी गेंदबाजों के विरुद्ध बांधक पारी खेलकर दिखाया है।

Sourav Ganguly का Record तोड़ते हुए

Yashasvi Jaiswal की ये तीसरी संख्यात्मक बल्लेबाजी बराबरी करती है क्योंकि वह मौजूदा भारतीय कप्तान Sourav Ganguly का एक काफी पुराना Record तोड़ रहे हैं। Ganguly ने भारतीय क्रिकेट इतिहास में फ़रवरी 1996 में इंडोर एशिया कप में हीरोशह खेलकर दो अर्धशतक बनाए थे। Yashasvi ने उसी उम्र में इंडिया टेस्ट में यह कारनामा कायम किया है और अपनी छोटी सी करियर में ही उन्होंने इतना बड़ा काम कर दिखाया है। इससे बाहर, उनकी बल्लेबाजी ने विश्व क्रिकेट परिवार में भी धमाल मचा दिया है और सभी को मुद्दे पर बैठा दिया है।

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