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UP Police Constable Exam: पेपर लीक करने वालों पर बुलडोजर चलाने को लेकर DM Office पहुंचे उम्मीदवार!”

Police भर्ती Exam हमारे समाज में एक गर्व की बात है, इसे पास करने वाले व्यक्ति अपनी सोच, कर्म और परिश्रम का प्रतीक होते हैं। इसलिए, जब Exam में अनिष्ट तरीके से नकल करने वाले लोग पाए जाते हैं, तो यह समाज के गर्व को ख़ारिज़ कर देता है। बदले में, कुछ अभ्यर्थी ने पीड़ित परिवारों के लिए अदालत के सामने न्याय मांगने के लिए अनोखा कदम उठाया है।

UP Police Constable भर्ती में पेपर लीक मामले को लेकर अभ्यर्थी निराश और गुस्से में हैं

UP Police Constable भर्ती में आये पेपर लीक करने के मामले को लेकर दूसरे तहत अभ्यर्थी निराश और आयोजन समिति द्वारा पूरी जांच करने के बावजूद भी सख्त गुस्से में हैं। शायद कोई खुदरा गिरोह था जो इस परीक्षा में नकल करने के लिए पेपर लीक करता था। यह मामला गंगा यमुना योजना द्वारा एक स्टाफ सिलेक्शन कमीशन के Exam केंद्रों के खिलाफ दरज हुआ है। इस मामले को लेकर अभ्यर्थी अपना रद्द हो जाने का प्रदर्शन करने के बावजूद अब वह बुलडोजर चलाने की मांग कर रहे हैं।

अभ्यर्थी मांग कर रहे हैं बुलडोजर चलाया जाना चाहिए

इस प्रकार के मामलों में जहां Exam की गांठें पूरी तरह से खुलती हैं, वहाँ इस तरह के कठोर कदम उठाना उचित नहीं होता है। यदि पेपर लीक हुआ है तो इसकी सख्त जांच की जानी चाहिए और जिन लोगों का संलिपि में यह संकेत मिला है, उन्हें सख्तता से सजा दी जानी चाहिए। लेकिन बुलडोजर चलाने की मांग ज्यादा हद तक अनुचित है। यह एक अंधा मानवाधिकार अपमान होगा। हमें आपसी सद्भाव बनाये रखना चाहिए और विधिक कार्यवाही करनी चाहिए।

अभ्यर्थी लखीमपुर खीरी जिले में जिला मुख्यालय पर DM Office के बाहर हाथ में बुलडोजर का नमूना लेकर पहुंचे

लखीमपुर खीरी जिले में होने वाले इस वादे का प्रदर्शन करते हुए सैकड़ों अभ्यर्थी गुरुवार को जिला मुख्यालय पर DM Office के बाहर पहुंचे। वहाँ पर उन्होंने अपने हाथ में एक बुलडोजर का नमूना लिया था जिसे वह बार-बार हिला रहे थे। इससे पता चलता है कि वे अपनी बात को मजबूती देने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। लेकिन बुलडोजर बुलाना या उठाना इस समस्या का समाधान नहीं होगा। हमें इस समस्या का सामाधान ढूंढ़ने के लिए सरकारी और Police अधिकारियों पर भरोसा रखना चाहिए।

Police भर्ती Examदेने वाले अभ्यर्थियों ने “एक ही नारा एक ही नाम री एग्जाम… री एग्जाम…’ लगा रहे हैं.

UP Police Constable भर्ती परीक्षा बहुत अधिक चर्चा में है और हाल ही में DM फर्रूखाबाद कार्यालय में दौड़-धुप करके उपस्थित हुए परीक्षार्थी ने बड़ी साहसिक मांग रखी है।

हम लोगों ने कड़ी मेहनत की और अब पेपर लीक की बातें सामने आ रही हैं.

Police भर्ती की परीक्षा में भाग लेने वाले अभ्यर्थी ने कठिनाइयों का सामना किया है। वे पूरी मेहनत करके Exam की तैयारी की है और अब उन्हें पेपर लीक करने वालों के बारे में खबरें सुनकर काफी चिंतित हैं। आमतौर पर, अभ्यर्थी सही तरीके से अध्ययन करके Exam में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं। इसलिए, यदि पेपर लीक होगा, तो वे अपनी मेहनत की कीमत एक स्थानीय फ़ैमिली के रुप में चुका देंगे। इस परीक्षा सार्टिफिकेशन के महत्व को मजबूत करने के लिए कठोर कार्रवाई करने की मांग करना सही होगी।

कठोर कार्रवाई

Police भर्ती की Exam में भाग लेने वाले अभ्यर्थी अगली भर्ती के लिए भी तैयारी कर रहे हैं। इन अभ्यर्थियों की उम्र अगले साल बढ़ जाएगी और तभी वे फिर से इस परीक्षा में हिस्सा ले सकेंगे। लेकिन, अगर हम अचानक यहां पेपर लीक हो जाएगा, तो हम उनकी मेहनत और समय की कीमत खो देंगे। हमारे लिए यह अत्यंत निराशाजनक होगा क्योंकि हमें एक और साल का इंतजार करना होगा। इसलिए, पेपर लीके के पीछे जो भी लोग हैं, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए और एक ऐसा सन्देश दिया जाना चाहिए कि पेपर लीक करने वालों को शिकंजे में डाला जाएगा।अपने समुदाय को सुरक्षित रखना Police का महत्वपूर्ण कार्य होता है और भर्ती प्रक्रिया में निष्पक्षता के साथ की गई कड़ी कार्रवाई संभवत: दूसरे अभ्यासक्रमों से भी अधिक योग्य अभ्यर्थियों को नियुक्त करने में मदद करेगी।

कारणों के पीछे की हकीकत

Exam में पेपर लीक होना किसी भी अभ्यर्थी के लिए निराशाजनक होता है। यह अवैध तरीके से फायदा उठाने की प्रतीति देता है और उन अभ्यर्थियों के मन में कमजोरी भर जाती है जो नियमों का पालन करके Exam में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं। Exam आयोजन कमीशन को इस परीक्षा में विश्वास कर पुरी-सच्चाई जांचनी चाहिए और जिस किसी को दोषी पाया जाता है, उन्हें सख्तता से सजा दी जानी चाहिए।

संशयों का पर्दाफाश

पेपर लीक करने के पीछे कई संशय होते हैं। कई बार यह कहा जाता है कि ऐसे पेपर लीक करने वाले गिरोह और गिरोहों का नेताओं के बीच में नेक लोग उठाते हैं जो इस प्रकार के मामलों को अपने फायदे के लिए उठा सकते हैं। इसके अलावा, ऐसे संगठनों के द्वारा सभी पर्याप्त राशिविद्यार्थियों की सूची प्राप्त की जा सकती है जिन्होंने सम्मेलन पर भाग लिया था और उसके बावजूद उन्हें प्रमोट नहीं किया जाता है।इन सभी संशयों को जांचने के लिए संशोधन की जरूरत है और व्यावसायिकता और पारदर्शिता को बढ़ावा देना चाहिए।

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