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Smriti Irani ने ‘सम्वाद’ में उठाया पर्दा; ‘यूपी वालों का अंदाज-ए-बयां’ और ‘मेरी यह औकात नहीं…’ पर किया गहरा मंथन!”

केंद्रीय मंत्री Smriti Jubin Irani ने संवाद के दूसरे दिन एक शानदार शुरुआत की। इस दौरान, वह अपने जीवन से जुड़े कई किस्सों को संवाद के मंच से Share किया। उन्होंने अपनी बातों को कुछ इस अंदाज में रखा जो एक दोस्तानेदार माहौल पैदा करता है।

एक संवादित अनुभव

इस संवाद के माध्यम से, हमें एक महत्वपूर्ण मुद्दे के बारे में समझने का मौका मिलता है। जो कि हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होता है – औकात और अंदाज-ए-बयां। कई बार हम अपनी औकात के बारे में सोचते हैं और यह भ्रमित हो जाते हैं कि अंदाज-ए-बयां का कोई महत्व नहीं होता है। लेकिन Smriti Jubin Irani ने इसे ठिक से समझाया है कि यह क्या सिर्फ़ एक जगह का निर्धारण नहीं होता है, बल्कि यह हमारे व्यक्तित्व और बात करने की शैली का प्रतिनिधित्व करता है।जब हम अपने अंदाज को संवेदनशील और समझदारी से इशारों और शब्दों के माध्यम से प्रकट करते हैं, तो लोग हमारे बात से जुड़ जाते हैं। यह हमारी पहचान का हिस्सा बन जाता है और हमारे विचारों को और अधिक प्रभावशाली बनाता है।

तैयारी करती हैं, या नहीं?

जब Smriti Irani से प्रश्न पूछा गया कि क्या वह स्पीच से पहले तैयारी करती हैं, तो उन्होंने इसका जवाब देने से पहले कुछ सोचा। Smriti Irani ने साझा किया कि वह Speech में तैयारी नहीं करती हैं और यह बहुत ही उनके आंतरिक अंदर की बात होती है। उन्होंने बताया कि वह माइक ओन करते ही उनकी भावनाओं की जलती हुई लहर हर किसी के दिल में झूम उठती है। इसलिए, उनके भीतर चल रही बातों का अंदाज पता नहीं चलता है, यह उनकी अनुभवों का ही नतीजा होता है। Smriti Irani की यह बातें हमें उनके अंदाज-ए-बयां को बेहतर समझने में मदद करती हैं। हमारी भावनाओं और अंदाज का हमारे भीतर से ही खेलता है। जब हम अपनी आन, बान और शानदारी की बातें करते हैं, तो यह हमारे आसपास के लोगों पर भी असर डालता है। एक सरकारी मंत्री के रूप में, Smriti Irani ने हमें उनके दौर की कठिनाइयों के बारे में भी बताया।

सुषमा स्वराज जी से तुलना

Smriti Jubin Irani को अपनी प्रेरणा का स्रोत बताते हुए बोलीं, “सुषमा स्वराज जी लीजेंड हैं। उनसे मेरी तुलना होना सही नहीं है। सुषमा जी की पीढ़ी ने तब संघर्ष किया, जब BJP में होना अपने आप में दुर्लभ दृश्य होता था। बहुत सारे साथी नहीं मिलते थे। Media से मुखातिब होना आसान नहीं था। उनकी शैली और उनका योगदान भिन्न था।”Smriti Jubin Irani ने महसूस किया कि सुषमा स्वराज जी की पीढ़ी ने इस दलाली की दुनिया में उनका सफ़र तो पुरा कर दिया है, लेकिन उनका सफ़र उनकी तुलना में नहीं हो सकता है। इसके साथ ही सुषमा जी की बहादुरी और संघर्षपूर्ण जीवन उन्हें हमेशा प्रेरणा देते रहते हैं।

मोहब्बत की दुकान बनाम Modi की गारंटी पर क्या कहेंगी?

भारतीय राजनीति ने सदैव समर्थन और विरोध के रूप में मंच साबित किया है। इस विवादास्पद माहौल में, प्रमुख मंत्री Modi जी के समर्थकों और उनके विरोधियों में गहराई से विचार विमर्श का एक आकर्षक संवाद रहा है। हाल ही में, मनीष तिवारी ने Smriti Jubin Irani के एक संबोधन के माध्यम से इस पर रोशनी डाली है। यह संवाद “यूपी वालों का अंदाज-ए-बयां’ और ‘मेरी यह औकात नहीं…’ पढ़ें स्मृति जुबिन ईरानी के संबोधन की बड़ी बातें” शीर्षक के साथ हमारे सामान्य संवाद के अंतर्निहित बिंदुओं को प्रकट करता है।

2024 में क्या शीर्षक होगा?

भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सांसद और प्रशासनिक सुख-शांति मंत्री, Smriti Jubin Irani, ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के Aditya Nath Yogi के समर्थन में यूपी वालों का ‘अंदाज-ए-बयां’ और अपनी आपकी ‘औकात’ को लेकर किये गए कुछ महत्वपूर्ण संबोधन की चर्चा में छाए हुए हैं। उनके विचार और उनकी भाषा ने सामाजिक Media Platform पर Internet की दुनिया को सनसनी सपूत बना दिया है।

2019 के लोकसभा चुनावों में Smriti Jubin Irani

2019 के लोकसभा चुनावों में Smriti Jubin Irani ने Congress नेता Rahul Gandhi के खिलाफ Yogi Aditya Nath की सपोर्ट में अमेठी से चुनाव लड़ा था। यह चुनाव बहुत ही महंगा और राजनीतिक रंगीन साबित हुआ था। Smriti Jubin Irani ने यहां भारी संख्या में मतों की विजय दर्ज की थी, जो कि Congress Party के लिए काफी चुनौतीपूर्ण साबित हुई थी। 2019 के चुनाव के बाद, Smriti Jubin Irani उत्तर प्रदेश के वायनाड संसदीय सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। यहां, हम वायनाड से जुड़े महत्वपूर्ण पहलू को विस्तार से देखेंगे, इसके अलावा देखेंगे कि वायनाड के चुनाव में कौन लड़ पड़ेगा और क्या यह उनकी औकात को चुनौती के रूप में साबित करेगा।

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