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शीतलहर से जूझ रहे दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत में घना कोहरा, थमी वाहनों की रफ्तार; उड़ानें प्रभावित – क्या ये वर्षा से भी ज्यादा ठण्डी लेकर आएगा नया साल?

Weather Update Today : कोहरे के चलते दृश्यता में भारी कमी से सड़क से लेकर रेल व हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सोमवार को दिल्ली से आठ उड़ानों को डायवर्ट किया गया। राष्ट्रीय राजधानी के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सुबह 8:30 बजे दृश्यता शून्य रही।

उत्तर भारत में मौसम ने पूरी तरह से करवट ले ली है। घने कोहरे की वजह से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मंगलवार की सुबह दिल्ली-एनसीआर में ठंड के साथ सड़कों पर हल्का कोहरा भी नजर आया। सुबह के वक्त यमुना के किनारे कोहरे की परत नजर आई।

आजकल जब भी मौसम ठंडी होती है, रेल यात्रियं को कोहरे का सामना करना पड़ता है। कोहरा आमतौर पर चारों ओर घनी धुंध के रूप में घिर जाता है और दृश्यता को बहुत अधिक हद तक कम कर देता है। इस वजह से रेल गाड़ियों को आपस में अंतर्गत सुरक्षा के नियमों और आपत्तियों का पालन करना पड़ता है। इसके परिणामस्वरूप, रेल गाड़ियों की यात्रा में थोड़ी समय तो लगती है ही, बल्कि उनकी गति भी कम हो जाती है।

पिछले कुछ हफ्तों से शीतकालीन मौसम की वजह से भारतीय रेलवे सिस्टम में अस्तित्व के सबसे आवश्यक और महत्वपूर्ण हिस्से, यानी ट्रेनें, की चाल कम हो गई है। पहले जहां ट्रेनें आमतौर पर 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलती थीं, वहीं आजकल यह 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे तक ही सीमित हो गई हैं। यह गति कम होने की सीधी वजह घना कोहरा है, जो कि पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पूर्व मध्य प्रदेश में अभी तक सायंकाल और सुबह तक देखा जा रहा है। इसके अलावा, ओडिशा में इसकी गति हल्की और त्रिपुरा में मध्यम है।

कोहरे के कारण 11 राज्यों में गति मंद हो गई, जानें वजह!

खबर में आई खबरों के अनुसार, दिल्ली से लेकर कश्मीर, तेलंगाना और ओडिशा जैसे राज्यों में हाल ही में कोहरे के कारण रफ्तार ठीम हो गई है। यह स्थिति न केवल देश की राजधानी में, बल्कि सड़कों से लेकर रेल और हवाई यातायात तक को बुरी तरह प्रभावित कर रही है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और तेलंगाना राज्यों में अनहोनीय हादसों में 19 लोगों की जान भी चली गई है। जम्मू-कश्मीर में भी थैर्मामीटर काफी नीचे गिर गया था, जहां पहलगाम क्षेत्र बारिश के साथ शीर्ष पर ठंडे रहा। इसलिए, शहरों में ठंडक और कोहरे की स्थिति काफी अनुप्रयुक्त और ख़तरनाक थी।

जानें दिल्ली हवाईअड्डे पर दृश्यता का शून्य होने के असली कारण क्या है!

राष्ट्रीय राजधानी के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर यह सप्ताह की एक अद्वितीय प्रकृति घटना देखने को मिली। इस अद्वितीय प्रकृति घटना के चलते सुबह 8:30 बजे तक इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर दृश्यता शून्य थी। यह मौसमी बदलाव की वजह से हुआ था जो यात्रियों के लिए काफी असुविधाजनक हुआ। फिर से यह दृश्यता कुछ सुधारी गई और 125 से 175 मीटर तक पहुंच गई। लेकिन इससे कुछ उड़ानों में देरी हुई और सात उड़ानें जयपुर के लिए रवाना होने की जगह दिल्ली के अहमदाबाद भेज दी गई। दिल्ली एयरपोर्ट प्रशासन ने उड़ानों को फ्लाइट पकड़ने से पहले संशोधित समय-सारिणी की जांच करने की सलाह दी है। इससे यात्रियों को फ्लाइट पकड़ने में और तकलीफ नहीं होगी और समय पर उड़ान जाने का भी मौका मिलेगा।

दिल्ली के मौसम में बदलाव के कारण यात्रियों के लिए सुविधाएँ

दिल्ली में हवाईअड्डे पर होने वाले मौसमी परिवर्तनों की वजह से यात्रियों को कई असुविधाएं झेलनी पड़ रही हैं। इसके समाधान के लिए दिल्ली एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों को फ्लाइट पकड़ने से पहले संशोधित समय-सारिणी की जांच करने की सलाह दी है। ये सूचनाएं यात्रियों को सकारात्मक ढंग से प्रभावित कर रही हैं। यात्रियों को फ्लाइट पकड़ने के लिए अपने समय में एयरपोर्ट पहुंचने की आवश्यकता है, ताकि वे यात्रा के दौरान किसी तरह की देरी से सामना न करना पड़े। यह उनकी यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाए रखेगी।

 

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