Site icon Jordar Khabar

बड़ी खबर: Rajya Sabha Election में उलटफेर – सपा विधायक का वोट अवैध! जानें क्या है वजह”

उत्तर प्रदेश Rajya Sabha Election का मतदान तेजी से प्रगति कर रहा है। आज मंगलवार को यहां के 10 सीटों के लिए मतदान चल रहा है और लोग इस Election के नतीजों के लिए उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं। इस बड़े Election में BJP और सपा का टक्कर इंट्रेस्टिंग है। दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों के बीच एक मुकाबला चल रहा है, जिसके नतीजे Rajya Sabha की सियासी गतिशीलता को बदल सकते हैं।Rajya Sabha Election सभी दलों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि इसके परिणाम प्रदेश की राजनीति पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। इस Election में उपनिषदों के विधायकों के वोट के बारे में हाल ही में हमें बहुत कुछ सुनने को मिला है।

आठवीं सीट जीतकर BJP प्रबल

BJP को इस Election में उत्तर प्रदेश की आठवीं सीट जीतने का मौका मिला है. यह जीत उनके लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है क्योंकि BJP ऊपरी सदन में बड़ी संख्या में सीटें जीतना चाहती है. यह उनकी राजनीतिक ताकत दिखाती है और सरकारी नीतियों में उनकी प्रभावशाली भूमिका सुनिश्चित करेगी. इस जीत के पश्चात BJP की Rajya Sabha ताकत में वृद्धि होगी जो उन्हें मजबूत रखेगी और उनकी नीतियों को पारदर्शीता और सामर्थ्य के साथ संचालन करने की अवधारणा को बढ़ावा देगी।

Election मतगणना के लिए उत्साह भरा दिन

आज Rajya Sabha Election के लिए उत्तर प्रदेश में मतदान प्रक्रिया की शुरुआत हुई है। यह उत्तर प्रदेश राज्य के सांसदों को चुनने का एक महत्वपूर्ण दिन है। इस Election के माध्यम से BJP और सपा के बीच सर्वसाधारण निर्वाचन की प्रक्रिया में मतदान होगा। दोनों पार्टियों ने इस Election के लिए पूरी ताकत लगाई है और एक-दूसरे को टक्कर देने के लिए तत्पर हैं।

सपा के नौ विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग

Rajya Sabha Election के मतगणना प्रक्रिया में गंभीर संकट का सामना कर रही है। सपा के नौ विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है, जिसने Election प्रक्रिया को विवादित बना दिया है। यह खबर दरअसल सपा के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की पक्ष से आई है। वह दावा कर रहे हैं कि सपा के कुल 14 विधायक हमें वोट करेंगे, जो कि पुरे सपा पीडीए के लिए निजी है।इस मसले को लेकर संघर्ष की ध्वनि बड़ी है। जहां एक तरफ उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सपा की नीति को सराह रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ सपा प्रमुख Akhilesh Yadav के सलाहकार प्रशांत किशोर ने बड़ा आरोप उठाया है। उन्होंने कहा कि सपा खेमे में मतपत्र उठाने से निराश हो गई है। केशव प्रसाद मौर्य का दावा करना समय की बर्बादी है।

BJP की प्रत्याशियों का मजबूत समर्थन

BJP ने इस Election में अपने आठ प्रत्याशियों को प्रस्तावित किया है। यह प्रत्याशियों का संघर्ष है और उन्हें इन सीटों पर जीत हासिल करने के लिए मिली आशा है। BJP द्वारा प्रस्तावित प्रत्याशियों को आमतौर पर भारी मतों के साथ जीत मिलती है और उन्हें उत्तर प्रदेश के नाटकटता वाले Rajya Sabha जीत का एक अवसर प्राप्त होता है।

बसपा विधायक ने BJP प्रत्याशी को किया वोट

मतदान के बाद उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोगों ने मुझसे वोट देने के लिए नहीं कहा इसलिए मैंने BJP प्रत्याशी को वोट किया। BJP प्रत्याशी संजय सेठ ने मुझसे समर्थन मांगा था। Rajya Sabha Election के लिए अब तक 395 विधायक वोट कर चुके हैं।मतदान आपत्तिजनक ठहरा सकता है और यह बदलता राजनीतिक माहौल को दर्शाता है। UP के इस विधायक ने अपने वोट के माध्यम से विपक्ष में चिढ़ावा किया है। यह Video Share किया गया है और इसने Social Media पर बहुत ही उत्तेजना मचाई है। ये Photos उसकी सूचना दे रही हैं कि UP की राजनीति में कैसे खींचतान हो रही है।धारा 122(1)(c) प्राकट करेगा यह प्रश्न कि बसपा के विधायक ने मतदान के लिए बाध्य नहीं किया है। इस छोटे नियम का है लेकिन ताकत उसे अत्यधिक महत्वपूर्ण बनाती है क्योंकि इसका उपयोग अवैध मतदान के लिए प्रमुख साधन हो सकता है।

वोट अवैध घोषित: घटना के पीछे की सच्चाई

इस Election की मतगणना के दौरान एक संघर्ष देखने को मिला, जो उत्तर प्रदेश की राजनीति में उठे हुए सवालों को उजागर करता है। एक सपा विधायक के वोट को अवैध घोषित किया गया है, जो इस Election को मानसिक रूप से संघर्षपूर्ण बना देता है। इस तरह की घटनाएं राजनीतिक जीवन में आम बात हैं, लेकिन इसे गंभीरता से लेना चाहिए और इसे निपटाने के लिए उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।

सपा विधायकों पर आरोप

BJP के उम्मीदवार को वोट करने वाले सपा विधायकों पर सपा के अध्यक्ष Akhilesh Yadav ने आरोप लगाए हैं। उनके अनुसार, उन्होंने कहा है कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी क्योंकि पार्टी के साथियों का मानना है कि ऐसे लोगों को दूर कर देना चाहिए। वह कहते हैं कि सरकार के खिलाफ वोट करने के लिए साहस की जरूरत होती है। यहां तक कि उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा है कि पैकेज डील भी हुई है। क्या इसका मतलब है कि सरकार ने वोट करने वालों को कुछ पैकेज दिया है? यह बात सच है या केवल उनकी खास बातचीत का हिस्सा है, यही सवाल आता है।

Exit mobile version