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PAUSH AMAVASYA 2024 आपके खुशहाल जीवन का सूत्र: पंचांग के हिसाब से जानिए शुभ मुहूर्त के बारे में!”

PAUSH AMAVASYA January 2024: पौष माह की अमावस्या 11 को, मिलेगा पितरों का आशीर्वाद

पौष माह की अमावस्या, आपके जीवन के एक महत्वपूर्ण सूत्र का आगाज़ है। सन् 2024 में इस दिन की Amavasya 11 जनवरी को है, जो कि पौष मास की पहली अमावस्या है। इस दिन सूर्य उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में गोचर करेगा और शनि शतभिषा नक्षत्र के दूसरे चरण में गोचर करेगा, जिससे सभी राशियों पर इसका प्रभाव बनेगा। आइए, जानते हैं कि PAUSH AMAVASYA 2024 की उत्कृष्ट मुहूर्त और उपाय क्या हैं जो आपके खुशहाल जीवन की ओर एक माध्यम बना सकते हैं।

Paush माह की Amavasya: मुहूर्त और प्रभाव

पौष माह की अमावस्या इस वर्ष 10 जनवरी की रात 08 बजकर 11 मिनट से शुरू होगी और 11 जनवरी की शाम 05 बजकर 27 मिनट तक रहेगी। लेकिन, इस Amavasya की उदयातिथि के अनुसार ये 11 जनवरी को मानी जाएगी। इस दिन पिंडदान के लिए अभिजीत मुहूर्त आपको 12 बजकर 15 मिनट से 01 बजकर 15 मिनट तक मिलेगा।

PAUSH AMAVASYA पर सूर्य देव की पूजा करने से आप अपने जीवन को समृद्ध और खुशहाल बनाने में मदद मिल सकती है। सुबह स्नान करें और ताम्बे के पात्र में जल भरकर उसमें लाल चन्दन, गेंहू, अक्षत और लाल पुष्प मिलाएं। इसमें से बनाया गया अर्घ्य आप सूर्यदेव को अर्पित करें।

पितृ दोष उपाय

PAUSH AMAVASYA एक अद्वितीय दिन है जिसे पितृदेवों के लिए समर्पित माना जाता है। अगर आपकी कुंडली में पितृ दोष है, तो आपको अपने धार्मिक कर्मों के लिए इस दिन विशेष महत्त्व देना चाहिए। पितृ शांति के लिए धूप-ध्यान, श्राद्ध, तर्पण, पितृ सूक्त, गीता पाठ और गजेंद्र मोक्ष का पाठ करें। ये सभी कर्म आपके पितृदेवों की आत्मा को शांति देने में मदद करेंगे।

पीपल पूजा

शाम को पीपल वृक्ष में जल अर्पण करें और घी का दीपक जलाएं। इसके बाद पांच तरह की मिठाइयों को अलग-अलग पांच पीपल के पत्तों पर रखें। फिर ‘ॐ सर्वेभ्यो पितृ देवेभ्यो नमः’ मंत्र का 15 से 20 मिनट तक जाप करें। यह साधना आपके घर में हमेशा पितृदेव के आशीर्वाद के साथ सुख समृद्धि को बनाए रखेगी और आर्थिक उन्नति करेगी।

शिव पूजा

अच्छी हेल्थ के लिए आप शिवलिंग पर अभिषेक करते हुए ऊँ नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करें। यह साधना आपकी सेहत को बनाए रखने में मदद करेगी।

दीर्धायु के लिए इस दिन श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करें। इससे आपकी आयु बढ़ सकती है और आप एक दीर्घायु जीवन जी सकते हैं। विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ भी कर सकते हैं जो कि आपके जीवन को समृद्ध बनाने में मदद करेगा।

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