Owaisi : Loksabha में AIMIM Chief Asaduddin Owaisi ने केंद्र की Modi Government पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि PM Narendra Modi पुजारी सम्राट की तरह काम कर रहे हैं.Asaduddin Owaisi ने अपने भाषण में कहा कि केंद्र Government Mosques को छीनने की साजिश रच रही है। उन्होंने PM Narendra Modi को “पुजारी सम्राट” की तरह काम करने के लिए आरोप लगाया है।
Owaisi : केंद्र Goverment को Owaisi का निशाना बनाते हुए
Loksabha में Asaduddin Owaisi ने केंद्र की Modi Government पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने Government के काम को एक पुजारी सम्राट के काम जैसा बताया है। Owaisi ने कहा कि Government Mosque को दबाने और उनकी आवाज़ को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने उठाए जाते सवाल पर प्रशासनिक और बाध्यतापूर्ण प्रक्रिया के बारे में कहा है।
Owaisi : Mandir व Mosque:
Owaisi ने व्यक्त किया कि Government Mosque को छीनने और इस्लामिक समुदाय को दबाने का प्रयास कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने संविधान के हक़ और स्वतंत्रता के बारे में खुद कोसो शक होने का खुलकर इज़हार भी किया है। इस वादे को दिए जाने के बाद उन्होंने किसी भी प्रभावशाली नेता द्वारा 6 दिसंबर की बात करने की हिम्मत की है और समय-समय पर इस विषय पर चर्चा करते हैं।
Owaisi : धार्मिक नायक कहलाना
Owaisi का कहना है कि PM Narendra Modi पुजारी सम्राट की तरह काम कर रहे हैं. इस वक्त जब देश विभाजित हो रहा है और विश्वास की घोलमाल करने वाले अजीब अजीब आरोप लगाए जा रहे हैं, अच्छे कार्यक्रमों के पश्चात आरोप या कैम्पेनिंग करना एक मदद करने वाली पण्डिताई साबित हो सकता है. लेकिन, क्या पहले भी ऐसे माध्यम से कुछ लोगों की तारीफ की जाती थी? सवाल यही छ कि जब आचार्य कोटगली वाले उनकी योजना की ओर लक्ष्य करते हैं, तो लोग कब तक ऐसे ‘नायक’ कहे जाने की अपेक्षा कर सकते हैं? आम लोग क्या ऐसा नहीं सोचेंगे कि बातें किए हवालेसे Mosque चला जाती हैं?
Owaisi : 1992 के बाद का तीन दशक
Asaduddin Owaisi ने सदन में यह कहते हुए हमेशा के तौर पर याद दिलाया कि 22 जनवरी की बुनियाद 6 दिसंबर को 1992 को रखी गई थी। जबकि इसकी बुनियाद 1986 में ताले खोलकर रखी गई थी। इस सवाल का जवाब हमेशा Owaisi के पास रहता है और वे इस विषय पर लोगों को अवगत कराते रहते हैं। इस मुद्दे को Congress ने कभी अपना मुद्दा नहीं बनाया है, जिसके कारण इटावा और Ayodhya के इस गड़बड़ ने तेजाब बढ़ाया है।
Owaisi : खतरे में संविधान और धर्मनिरपेक्षता
Notes दिए बिना Mosques को डेमोलिश करने का आरोप लगाते हुए Owaisi ने Loksabha में केंद्र Government को घेर दिया है। उन्होंने कहा है कि Government की Mosques को छीनने की नीति खतरे में संविधान और धर्मनिरपेक्षता को डाल देती है।
Owaisi : संविधान का आदान-प्रदान
Owaisi ने Loksabha में अपने भाषण में कहा है कि Mosques को छीनने की सोच केवल संविधान और कानून की धारणाओं पर आधारित होनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्हें अभी भी संविधान और कानून पर पूरा भरोसा है। यह हमारी संविधानिक मूल्यों को प्रमाणित करता है और हमारे देश में अखंडता और एकता को बनाए रखने में मदद करता है।
Owaisi : केंद्र Goverment की आंखों में अमानवीय इरादा
Owaisi ने अपने भाषण में Government को उनकी विचारधारा के संबंध में सवालों के सामने रखा है। वे पूछते हैं कि क्या केंद्र Government 17 करोड़ Muslims को कोई संदेश देने के लिए तैयार है? और यदि Government हर Mosque को छीन लेती है, तो उनका व्यक्तिगत महत्व क्या हो सकता है? वे तब भी सवाल पूछते हैं कि क्या Government 1991 के प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट के बारे में क्यों नहीं बोलती है?
Owaisi : Exit Strategy के नकारात्मक प्रभाव
उनकी टिप्पणी आपको सोचने पर मजबूर कर देगी कि क्या हमारी Government 500 साल पहले होने वाली घटनाओं के बारे में बात करने की बजाय हमारी मौजूदा समस्याओं से निपटने में सक्षम है। यह भी प्रश्न उठाता है कि क्या Hindustan को 1947 में आजाद होने के बावजूद अब भी राजा-राजवाड़े का प्रभाव बना हुआ है और जम्हूरियत की कमी है।